देश की प्रमुख दूरसंचार सेवा कंपनी ने शुद्ध प्लास्टिक की जगह रिसाइकिल्ड पीवीसी के सिम कार्ड शुरू किए

नयी दिल्ली: देश की प्रमुख दूरसंचार सेवा कंपनी भारती एयरटेल ने कार्बन उत्सर्जन में कमी के लक्ष्यों की दिशामें अपनी प्रौद्योगिकी भागीदार इडेमिया सेक्योर ट्रांजैक्शन्स के साथ मिल कर सिम कार्ड में शुद्ध प्लास्टिक की जगह पुनर्चक्रण प्रक्रिया से तैयार पीवीसी के इस्तेमाल की बुधवार को घोषणा की।

कंपनी ने ओर से जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि एयरटेल भारत में ‘रिसाइकिल्ड प्लास्टिक सिम कार्ड’ शुरू करने वाली अकेली कंपनी है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि दोनों कंपनियों की इस संयुक्त पहल से 165 टन शुद्ध प्लास्टि के उत्पादन की जरूरत नहीं होगी और इसके परिणाम स्वरूप 960 टन के बराबर कार्बन उत्सर्जन रोका जा सकेगा।

इडेमिया सेक्योर ट्रांजैक्शन्स इडेमिया ग्रुप का एक प्रभाग है। यह वित्तीय संस्थानों, मोबाइल दूरसंचार नेटवर्क और वाहन वप को भुगतान और दूरसंचार-संपर्क के लिए प्रौद्योगिकी समाधान प्रस्तुत करती है। भारती एयरटेल के निदेश (आपूर्ति श्रृंखला) पंकज मिगलानी ने कहा , ‘हम एक ब्रांड के रूप में अपने काम के तरीकों में ऐसे कई बदलाव कर रहे हैं ताकि वे परिस्थितिकी की दृष्टि से स्वस्थ उपायों से मेल खाते हों और कार्बन उर्त्जन में वृद्धि को शुद्ध रूप से शून्य के स्तर पर लाने के भारत के लक्ष्य में महत्वपूर्ण तरीके से योगदान करने वाले हों।’ इडेमिया सेक्योर ट्रांजैक्शन्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (संचार सम्पर्क सेवाएं) राहुल टंडन ने कहा कि हमें एयरटेल के साथ अपनी लंबी भागीदारी पर गर्व है और कार्बन प्रदूषण कम करने वाली और भारत में ग्राहकों को हरित समाधान प्रदान करने वाली इस पहल के लिए हम उसके बधाई देते हैं। ’  टंडन ने उन्होंने इस नए समाधान को संभव बनाने में लगी सभी टीमों के प्रति आभार जताया है।

एयरटेल ने 2030-31 तक अपने स्वयं के कार्यों से वायुमंडल में ग्रीन हाउस प्रभाव पैदा करने वाली गैसों (जीएचजी) का उत्सर्जन मात्रा के हिसाब से 2020-21 की तुलना में 50.2 प्रतिशत कम करने का लक्ष्य रखा है । कंपनी ऐसे उत्सर्जन को इसी अवधि में 42 प्रतिशत तक कम करना चाहती है जो उसके कारोबार के कारण दूसरे कंपनियों और इकाइयों के स्तर पर होते हैं।

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