प्राकृतिक कृषि से पर्यावरण व पानी बचेगा : देवव्रत

पाटन:  गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने सोमवार को यहां कहा कि प्राकृतिक कृषि से पर्यावरण बचेगा, पानी बचेगा और धरती माता को कोई हानि नहीं होगी।

राज्यपाल देवव्रत ने आज गोकुल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के चौथे दीक्षांत समारोह में उपस्थित होने के बाद किसानों के साथ संवाद कर उन्हें प्राकृतिक कृषि के बारे में मार्गदर्शन देते हुए कहा कि मैं देशभर में हर मंच पर प्राकृतिक कृषि के बारे में बात कर रहा हूं क्योंकि मैं स्वयं अपने 200 एकड़ के खेत में प्राकृतिक कृषि करता हूं और मुझे रासायनिक कृषि की तुलना में प्राकृतिक कृषि से अधिक उत्पादन मिल रहा है।

राज्यपाल ने किसानों को कई उदाहरणों और उनके अनुभवों के आधार विस्तार से बताया कि कैसे प्राकृतिक कृषि से हमें रोजमर्रा के जीवन में लाभ हो सकता है। प्राकृतिक कृषि से स्वास्थ्य और हमारे शरीर को क्या-क्या लाभ हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि आप सभी को कई पुण्यकार्य करने हैं और प्राकृतिक कृषि एक पुण्यकार्य है। क्योंकि प्राकृतिक कृषि से पर्यावरण बचेगा, धरती माता बचेगी, पानी बचेगा और लोगों के स्वास्थ्य में सुधार होगा। इतना ही नहीं, किसानों की आय बढ़ेगी और देश का पैसा भी बचेगा। प्राकृतिक खेती के कई लाभ हैं। वर्तमान में रासायनिक खेती के कारण सभी का स्वास्थ्य बिगड़ रहा है। इसके कारण लगभग सारी भूमि खराब हो गई है लेकिन अब हम सभी को प्राकृतिक कृषि की ओर रुख करना है। उन्होंने कई उदाहरणों के माध्यम से किसानों को प्राकृतिक कृषि करने के लिए प्रोत्साहित किया।

प्राकृतिक कृषि पर बैठक के बाद राज्यपाल ने गोकुल ग्लोबल विश्वविद्यालय में नक्षत्र वन का दौरा किया। किसानों के साथ प्राकृतिक कृषि पर हुई बैठक में कैबिनेट मंत्री बलवंत सिंह राजपूत और विश्वविद्यालय के कर्मचारीगण भी शामिल हुए।

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