एनसीबी ने उद्योगों को पूर्ववर्ती रसायनों (नियंत्रित पदार्थों) के बारे में जानकारी देने के लिए एक ओपन हाउस सेसन आयोजित किया

अहमदाबाद: ड्रग्स का दुरुपयोग संवेदनशील आयु वर्ग को प्रभावित करता है, ईसलिए यह गंभीर सामाजिक-आर्थिक समस्या का मुद्दा बन गया है। इस मुद्दे को संबोधित करना अत्यावश्यक है। हालांकि इसके लिए कई जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन यह जरूरी है कि विशेष तौर पर केमिकल-फार्मा उद्योगों को नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के नियंत्रण वाले ड्रग के बारे में जानकारी हो। इस संबंध में 15 फरवरी को अहमदाबाद के वटवा में नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा एक ओपन हाउस सेशन का आयोजन किया गया था।

एनसीबी द्वारा अहमदाबाद में वटवा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन और गुजरात डाइस्टफ्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के सहयोग से एक ओपन हाउस सत्र आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में, एनसीबी के नियंत्रण के तहत पूर्ववर्ती रसायनों की खरीद और भंडारण सहित उद्योगों को जानकारी प्रदान की गई।

वटवा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के टोरेंट हॉल में आयोजित ओपन हाउस सेशन में नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (पश्चिमी प्रांत) के उप महानिदेशक मनीष कुमार (आईआरएस), नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो अहमदाबाद के जोनल निदेशक रितेश रंजन, जीडीएमए के अध्यक्ष हरेश भूटा, ग्रीन एनवायरमेंट सर्विसेज को-ऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड के अध्यक्ष रमेशभाई पटेल, जीडीएमए सचिव नीलेश दमानी, वटवा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के सचिव किरण पटेल उपस्थित थे।

एनसीबी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के नियंत्रण के तहत पूर्ववर्ती रसायनों की खरीद कैसे करें, कितना भंडारण करें, इसके लिए कहां से और कैसे लाइसेंस प्राप्त करें, इसके बारे में जानकारी प्रदान की गई। जानकारीपूर्ण सत्र के अंत में एनसीबी अधिकारियों ने उपस्थित व्यवसायियों के प्रश्नों का समाधान भी प्रदान किया। इस कार्यक्रम में 150 से ज्यादा केमिकल उद्योगपति मौजूद थे।

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