अलीपुर पेंट कारखाने में आग से मौत पर दिल्ली सरकार को मानवाधिकार आयोग का नोटिस

नयी दिल्ली:   राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने दिल्ली के अलीपुर इलाके में एक कारखाने में आग लगने से कई श्रमिकों की मौत के हादसे पर दिल्ली सरकार को नोटिस भेज कर जवाब तलब किया है।

आयोग ने घटना से संबंधित मीडिया की रपटों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए यह कार्यवाही शुरू की है। आयोग ने शुक्रवार को जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी देते हुए कहा है कि घटना के बारे में मीडिया की रिपोर्टें यदि सही हैं “तो यह पीड़ितों के मानव अधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा उठाती है।”

आयोग ने इसी के अनुसार दिल्ली के मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी कर छह सप्ताह के भीतर मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

आयोग ने कहा है कि सरकार की रिपोर्ट में एफआईआर की स्थिति और पीड़ित परिवारों को दिए गए मुआवजे का विवरण शामिल होना चाहिए। आयोग इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार दोषी अधिकारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई के बारे में भी जानना चाहेगा।

गौरतलब है कि 15 फरवरी को दिल्ली के अलीपुर में एक पेंट कारखाने में लगी भीषण आग के कारण सात श्रमिकों की जलकर मौत हो गई। मीडिया की रपटों के अनुसार आग से बचने के लिए कारखाने से बाहर निकलने हेतु केवल एक ही गेट था तथा कोई आपातकालीन निकास नहीं था। मृत श्रमिकों के शवों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।

आयोग ने आगे पाया है कि यह आग लगने की कोई अकेली घटना नहीं है, जहां हाल के दिनों में राष्ट्रीय राजधानी में नियोक्ताओं और अधिकारियों की लापरवाही के कारण निर्दोष श्रमिकों की मौतें हुई हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि लोक सेवकों ने पिछली त्रासदियों से कोई सबक नहीं लिया है।

इसलिए, आयोग ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार को राष्ट्रीय राजधानी में फैक्टरी अधिनियम के अनुसार सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन किए बिना अवैध रूप से चल रही खतरनाक रसायनों और अन्य ज्वलनशील पदार्थों का निर्माण करने वाली सभी औद्योगिक इकाइयों का सर्वेक्षण करने और छह सप्ताह के भीतर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का का निर्देश दिया है।

आयोग ने कहा है कि सरकार की रिपोर्ट में निर्दोष लोगों के जीवन के अधिकार का उल्लंघन करने वाली ऐसी घटनाओं की पुनरावृति न हों, यह सुनिश्चित करने हेतु उठाए गए/उठाए जाने वाले प्रस्तावित कदमों की जानकारी भी शामिल की जानी चाहिए।

उल्लेखनीय है कि राजधानी में मई, 2022 में मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास एक चार मंजिला व्यावसायिक इमारत में भीषण आग लगने से बीस लोगों की जान चली गई थी। इससे पहले जनवरी 2018 में, दिल्ली में उत्तर पश्चिमी दिल्ली के बवाना औद्योगिक क्षेत्र में एक अवैध पटाखा पैकेजिंग इकाई में आग लगी थी जिसमें सत्रह श्रमिकों की मौत हुई थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *