पर्यावरण संतुलन बनाये रखने के लिये जलगाहों को बचायें: डॉ जेरेथ

जालंधर :  विश्व आर्द्रभूमि दिवस के अवसर पर शुक्रवार को पुष्पा गुजराल साइंस सिटी में ‘मानव कल्याण और वाटरशेड’ विषय पर केंद्रित एक समारोह आयोजित किया गया जिसमें पंजाब भर के विभिन्न जिलों से लगभग 200 छात्रों ने भाग लिया । वर्ष 1971 में रामसर कन्वेंशन के कार्यान्वयन की याद में हर साल दो फरवरी को विश्व आर्द्रभूमि दिवस मनाया जाता है।

इस अवसर पर साइंस सिटी के पूर्व महानिदेशक डाॅ नीलिमा जेरथ ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। वह 1988 से जलगाहों पर काम कर रहीं हैं। उन्होंने जलगाहों के संरक्षण पर जोर दिया और कहा कि जलगाहों की बहाली और पुनर्निर्माण अभी भी संभव है।

डॉ जेरथ ने जलगाहों के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि ये हमारे दैनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जलगाहें जहां जलवायु परिवर्तन को कम करने के लिए कार्बन डाइऑक्साइड के भंडारण, कृषि, मछली पालन, पर्यटन स्थलों के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, बही ही जैव विविधता विशेषकर प्रवासी पक्षियों के आवास के लिए अन्य उपयुक्त स्थान है। इसके अलावा, पर्यावरण संतुलन बनाये रखने में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है, जैसे कि वे बाढ़ के पानी को रोकने के लिये प्राकृतिक प्रतिरोध के रूप में कार्य करते हैं। उन्होंने आगे बताया कि पंजाब जल संसाधनों के मामले में बहुत समृद्ध है, रामसर के अंतर्गत छह अंतरराष्ट्रीय स्तर जलगाहे हैं और इनके अलावा राष्ट्रीय और राज्य स्तर के महत्व के कई जलगाहें हैं। उन्होंने कहा कि 2015 में साइंस सिटी में एक पक्षी-आधारित गैलरी भी स्थापित की गयी है, जहां पर सैलानी पारिस्थितिकी तंत्र के बारे में रोचक और आकर्षक तरीके से जान सकते हैं।

इस अवसर पर साइंस सिटी के निदेशक डॉ राजेश ग्रोवर ने छात्रों को संबोधित करते हुये कहा कि आज का दिन पर्यावरण संतुलन के लिए जलगाह की भूमिका के बारे में जागरूकता पैदा करने और लोगों के बीच संरक्षण को प्रोत्साहित करने के लिये समर्पित है। इस अवसर पर उन्होंने शहरीकरण, प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन के कारण जल निकायों पर उत्पन्न खतरों के बारे में जानकारी दी और कहा कि इन चुनौतियों को पहचानते हुये पुष्पा गुजराल साइंस सिटी जलगाहां के स्थायी प्रबंधन और जागरूकता पैदा करने के लिये प्रतिबद्ध है।

इस अवसर पर आयोजित पेटिंग प्रतियोगिता में दयानंद मॉडल स्कूल जालंधर के पार्थ ने पहला पुरस्कार, आर्मी पब्लिक स्कूल कपूरथला की साक्षी ने दूसरा पुरस्कार और एमजीएन पब्लिक स्कूल जालंधर की ऋषिका शर्मा ने तीसरा पुरस्कार जीता।

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