पाली में उड़ाई जा रही RSPCB के नियमों की धज्जियां
दिसंबर महीने में राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल द्वारा पाली की अनेक फैक्ट्रियों का सर्वे करवाया गया था और अनियमितता आपे जाने पर 31 फैक्ट्रियों की ना सिर्फ संचालन सम्मति वापस ले ली थी बल्कि उनके लाइट के कनेक्शन काटने के आदेश बिजली विभाग को दे दिए थे और उनकी सभी मशीनरी को भी सील कर दिया गया था । आज लगभग डेड महीना हो गया पर आज भी सभी फैक्टरी चालू है। सोचने वाले प्रश्न है– लाइट कनेक्शन कटने का बावजूद ये फैक्ट्रियां कैसे चल रही है?

ये फैक्ट्रियां चालू है तो इनका पानी कहा जा रहा है ? सीईटीपी ले रहा है या सीधा ही इन्हें नदी मै छोड कर नदी को प्रदूषित किया जा रहा है?

प्रदूषण नियंत्रण मंडल द्वारा सिर्फ कागजों मै ही प्रदूषण नियंत्रण के प्रयास किए जाते है या हकीकत मै प्रदूषण फैलाने वाली इकाईयों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होती है?