प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने ड्रीम प्रोजेक्ट सुदर्शन सेतु का 25 फरवरी को द्वारका में लोकार्पण करेंगे
गांधीनगर: 25 फरवरी, 2024 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करकमलों से जामनगर, देवभूमि द्वारका तथा पोरबंदर जिलों में 4153 करोड़ रुपए मूल्य की 11 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया जाएगा। द्वारका में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट ‘सुदर्शन सेतु’ (सिग्नेचर ब्रिज) का लोकार्पण होने से अब द्वारका से बेट द्वारका जाने के लिए श्रद्धालुओं को एक अनूठी सुविधा का लाभ मिलने लगेगा। इन तीनों जिलों को शामिल कर लेने वाले विकास कार्यों में सड़क एवं भवन, शहरी विकास, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पेट्रोलियम एवं गैस मंत्रालय, रेलवे तथा ऊर्जा एवं पेट्रो रसायन विभाग की 11 परियोजनाएँ शामिल हैं।
इन विकास कार्यों का होगा लोकार्पण
देवभूमि द्वारका में सड़क एवं परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार तथा सड़क एवं भवन विभाग, रेलवे तथा पेट्रोलियम एवं गैस मंत्रालय के अधीनस्थ 5 विकास कार्यों का लोकार्पण किया जाएगा। इसके अंतर्गत द्वारका और बेट द्वारका को जोड़ने वाले अत्याधुनिक सुदर्शन सेतु का लोकार्पण किया जाएगा। 979 करोड़ रुपए की लागत से इस ब्रिज का निर्माण किया गया है। 2.3 किलोमीटर लंबे इस ब्रिज के साथ-साथ 2.45 किलोमीटर के एप्रोच रोड तथा पार्किंग की सुविधा भी विकसित की गई है। कर्व पायल वाला यह अनूठा ब्रिज है। इसके बनने से अब द्वारका से बेट द्वारका आसानी से पहुँचा जा सकेगा।
रेलवे विभाग द्वारा राजकोट से ओखा तथा राजकोट-जेतलसर-सोमनाथ और जेतसलर-वाँसजाळिया तक कुल 533 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन का इलेक्ट्रिफिकेशन किया गया है। 676 करोड़ रुपए मूल्य के इस प्रोजेक्ट का प्रधानमंत्री लोकार्पण करेंगे। इलेक्ट्रिफिकेशन कार्य से डीजल की बचत होगी और लोगों की सुविधा में वृद्धि होगी। राजकोट-ओखा इलेक्ट्रिफिकेशन प्रोजेक्ट पूर्ण होने से द्वारका तक इलेक्ट्रिक रूट पर ट्रेन सुविधा सरलता से उपलब्ध होगी। इसके अतिरिक्त; पेट्रोलियम एवं गैस मंत्रालय द्वारा वाडीनागर में दो ओफशोर पाइप लाइन तथा एक बोय का लोकार्पण किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट का मूल्य 1378 करोड़ रुपए है।
जामनगर में कालावड तहसील के छतर के पास 52 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित 12.5 मेगावॉट क्षमता वाले वेस्ट लैंड सोलर पीवी प्रोजेक्ट का लोकार्पण किया जाएगा। किसानों एवं उपभोक्ताओं को सस्ते दाम पर बिजली देने और किसानों को दिन में भी बिजली देने में यह प्रोजेक्ट सहायक बनेगा।
इन विकास कार्यों का होगा शिलान्यास
इस कार्यक्रम में सड़क एवं भवन, शहरी विकास, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा ऊर्जा एवं पेट्रो रसायन विभागों के 6 विकास कार्यों का शिलान्यास किया जाएगा। सड़क एवं भवन विभाग के अंतर्गत धोराजी-जामकंडोरणा-कालावड सेक्शन को चौड़ा करने के कार्य का शिलान्यास होगा। 292 करोड़ रुपए की लागत से शरू होने वाले इस प्रोजेक्ट का लाभ जामनगर, पोरबंदर एवं राजकोट जिलों को मिलेगा। शहरी विकास विभाग के जामनगर शहर में 107 करोड़ रुपए की लागत से गटर व्यवस्था से जुड़े तीन विकास कार्यों का शिलान्यास किया जाएगा। इस कार्य के अंतर्गत नाघेडी क्षेत्र एवं महाप्रभुजी बैठक से ठेबा चौकड़ी रोड तथा गुलाबनगर रेलवे ओवरब्रिज से पूर्णेश्वर महादेव मंदिर मेन रोड तक अंडरग्राउंड नेटवर्क स्थापित किया जाएगा। इसके अलावा; कर्मचारीनगर क्षेत्र में एसबीआर टेक्नोलॉजी आधारित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास किया जाएगा।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत 100 करोड़ रुपए की लागत से जामनगर में रीजनल साइंस सेंटर के निर्माण का शिलान्यास किया जाएगा। इस सेंटर को 10 एकड़ क्षेत्र में विकसित किया जाएगा। इस सेंटर में पाँच थीम आधारित गैलरियाँ होंगी; जिनमें शहर की पहचान, मूलभूत विज्ञज्ञान, विज्ञान का भविष्य और स्वास्थ्य एवं कृषि विज्ञान के विषय में जानकारी को रुचिप्रद ढंग से प्रस्तुत किया जाएगा। इस सेंटर में प्रदर्शनी हॉल, चिल्ड्रन्स कॉर्नर, वर्कशॉप, कैफेटेरिया तथा ऑफिस वर्क स्टेशन्स भी बनाए जाएंगे। विकसित भारत के निर्माण के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग को लोगों तक रुचिप्रद ढंग से ले जाने और बच्चों एवं युवाओं में जिज्ञासा वृत्ति निर्माण करने की दिशा में यह साइंस सेंटर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। साथ ही साथ; जामनगर के सिक्का थर्मल पावर स्टेशन में एफजीडी सिस्टम को स्थापित करने के कार्य का शिलान्यास किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट का लागत मूल्य 569 करोड़ रुपए है। इस सिस्टम की सहायता से प्लांट से उत्सर्जित सल्फर डाइऑक्साइड को कम किया जाएगा, जिससे प्रदूषण नियंत्रण में मदद मिलेगी।