रसायन, पेट्रोकेमिकल क्षेत्र में देश में सबसे आगे है गुजरात: अनुप्रिया
अहमदाबाद,: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने मंगलवार को यहां कहा कि गुजरात भारत के औद्योगिक परिदृश्य में खासकर रसायन और पेट्रोकेमिकल क्षेत्र में सबसे आगे है।
रसायन और पेट्रोकेमिकल्स पर 13वीं द्विवार्षिक अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी और सम्मेलन ‘इंडिया केम 2024’ की तैयारी के भागरुप, केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्रालय ने फिक्की के सहयोग से आज गुजरात के अहमदाबाद में एक इंडस्ट्री मीट(उद्योग सम्मेलन) का आयोजन किया। केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने मुख्य अतिथि के रूप में इस अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और भारत के पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने में रसायन उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल दिया तथा इस क्षेत्र में गुजरात की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की।
उन्होंने कहा कि,‘‘गुजरात भारत के औद्योगिक परिदृश्य में खासकर रसायन और पेट्रोकेमिकल क्षेत्र में सबसे आगे है। भारत के पेट्रोकेमिकल उत्पादन में 62 प्रतिशत, रासायनिक उत्पादन में 53 प्रतिशत और फार्मा उत्पादन में 45 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ गुजरात अग्रणी है। रासायनिक और पेट्रोकेमिकल निर्यात में भी राज्य की हिस्सेदारी 41 प्रतिशत है। केंद्र सरकार रसायन और पेट्रोकेमिकल्स क्षेत्र को प्राथमिकता देती है। अनुपालन के बोझ तथा बाधाओं को कम करने और निवेश के अनुकूल माहौल बनाने के लिए सरकार ने अनेक पहल शुरू की हैं।”
गुजरात के उद्योग मंत्री बलवंतसिंह राजपूत ने इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहकर इस क्षेत्र में राज्य की रणनीतिक भूमिका पर प्रकाश डाला और कहा कि, ‘‘गुजरात रासायनिक और पेट्रोकेमिकल क्षेत्र में अग्रणी है। राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद(जीडीपी) में राज्य की हिस्सेदारी 8.4 प्रतिशत और समग्र विनिर्माण उत्पादन में 18 प्रतिशत है। भारत के कुल निर्यात में भी राज्य की हिस्सेदारी 33 प्रतिशत है। राज्य में 100 से अधिक फॉर्च्यून 500 कंपनियाँ और 19 लाख एमएसएमई हैं। निर्यात सुसज्जिता और लॉजिस्टिक्स प्रदर्शन सूचकांक में गुजरात पहले स्थान पर है।’’
उन्होंने कहा कि रासायनिक और पेट्रोकेमिकल उद्योग में अपने नेतृत्व के लिए पहचाने जाने वाले गुजरात ने भारत के औद्योगिक विकास के लिए एक प्रेरक शक्ति के रूप में कार्य किया है। उद्योग सम्मेलन का उद्देश्य गुजरात को एक वैश्विक केंद्र के रूप में बढ़ावा देना, नए निवेशों को आकर्षित करना और नवाचारों को प्रदर्शित करना था। यह उद्योग जगत के लीडर्स, नीति निर्माताओं और अन्य प्रमुख हितधारकों के लिए इस क्षेत्र के भविष्य पर चर्चा करने और सहयोगात्मक अवसरों का पता लगाने के लिए एक मंच के रूप में भी काम आया।
बलवंतसिंह राजपूत ने कहा गुजरात की रणनीतिक स्थिति, मजबूत बुनियादी ढांचा और व्यापार-अनुकूल नीतियां इसे निवेश के लिए एक पसंदीदा गंतव्य बनाती हैं। पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं और हरित रसायन को बढ़ावा देने में राज्य की सक्रिय भूमिका उद्योग सम्मेलन का मुख्य बिन्दु रही, जिससे वैश्विक रसायन उद्योग में अग्रणी के रूप में इसकी स्थिति और भी मजबूत हुई। इस उद्योग सम्मेलन ने इंडिया केम 2024 की यात्रा में एक महत्वपूर्ण सीमाचिह्नरुप साबित हुआ, जिसने गुजरात के रासायनिक और पेट्रोकेमिकल क्षेत्रों में निरंतर विकास और नवाचार के लिए बेहतरीन मंच तैयार किया है।
अहमदाबाद में आयोजित यह उद्योग सम्मेलन 17-19 अक्टूबर को मुंबई में सुनिश्चित इंडिया केम 2024 के लिए गति बनाने के उद्देश्य से आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला का हिस्सा था। मुख्य कार्यक्रम में वैश्विक रासायनिक और पेट्रोकेमिकल क्षेत्रों की नवीनतम प्रौद्योगिकियों, नवाचारों और उत्पादों का प्रदर्शन किया जाएगा। यह कार्यक्रम नीतिगत मुद्दों, नियामक ढांचे और टिकाऊ प्रथाओं पर चर्चा के लिए एक मंच भी प्रदान करेगा जो उद्योग के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं।
भारत सरकार के रसायन एवं पेट्रोरसायन विभाग की सचिव निवेदिता शुक्ला वर्मा, भारत सरकार के रसायन एवं पेट्रोरसायन विभाग के संयुक्त सचिव दीपांकर एरन, गुजरात सरकार की उद्योग एवं खान विभाग की प्रधान सचिव ममता वर्मा, फिक्की की राष्ट्रीय रसायन समिति के अध्यक्ष दीपक सी. मेहता और फिक्की गुजरात राज्य परिषद के अध्यक्ष राजीव गांधी भी बैठक में उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों में शामिल थे।