कारोबार में प्रदूषण पर रोक के लिए भारत-स्वीडन सहयोग को और मजबूत करने का आह्वान

नयी दिल्ली: केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कारोबारी गतिविधियों में प्रदूषणकारी प्रभाव को शुद्ध रूप से शून्य के स्तर पर लाने का लक्ष्य हासिल करने के मार्ग में भारत-स्वीडन सहयोग को और मजबूत करने का सोमवार को आह्वान किया।

डा. सिंह ने कहा कि इस मामले में वैश्विक चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए तात्कालिक लक्ष्यों को तय करने में दृढ़ता बरतने की आवश्यकता है। वह राजधानी में 10वें ‘भारत-स्वीडन नवाचार दिवस’ सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।इस बैठक में भाग लेने के लिए स्वीडन अवसंरचना विकास मंत्री एंड्रियास कार्लसन ने भाग लिया।

डॉ सिंह ने कहा कि दोनों पक्षों की कंपनियों को सहयोगात्मक अनुसंधान और मानव संसाधनों के आदान-प्रदान में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

डॉ. सिंह ने बताया कि इस वर्ष स्वीडन की नौ कंपनियों ने हरित प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में निर्यात और निवेश की संभावनाओं को बढ़ाने के उद्देश्य से भारत-स्वीडन नवाचार उत्प्रेरक परियोजना के अंतर्गत भारत का दौरा किया, जिससे इस क्षेत्र में स्वीडन और भारत के बीच मजबूत संबंधों को बढ़ावा मिला।

दोनों देश इस वर्ष अपने राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ और स्थायी भविष्य के लिए नवाचार साझेदारी पर स्वीडन-भारत संयुक्त घोषणा की पांचवीं वर्षगांठ मना रहे हैं।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा,‘‘यह अत्यन्त महत्वपूर्ण कार्यक्रम विशेषज्ञता के हमारे संबंधित क्षेत्रों का उपयोग करने और पर्यावरण की दृष्टि से स्वस्थ विकास को आगे बढ़ाने पर केंद्रित है, जिसका उद्देश्य नेट-जीरो भविष्य को साकार करना है।’’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और स्वीडन की प्रधानमंत्री मैग्डेलेना एंडरसन ने ध्रुवीय और अंतरिक्ष अनुसंधान सहित अनेक क्षेत्रों में सहयोगात्मक अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए अपना समर्पण दोहराया था।

इस क्षेत्र में दोनों देशों की साझेदारी के अंतर्गत स्मार्ट शहर, परिवहन और ई-मोबिलिटी, ऊर्जा, स्वच्छ प्रौद्योगिकियां, नई सामग्री, अंतरिक्ष, परिपत्र और जैव-आधारित अर्थव्यवस्था और स्वास्थ्य और जीवन विज्ञान सहित कई क्षेत्र शामिल किए गए हैं। भारत-स्वीडन नवाचार साझेदारी संयुक्त राष्ट्र स्वस्थ वृद्धि के लक्ष्यों के अनुरूप वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए संस्थानों, अनुसंधान एवं विकास गहन उद्योगों और रचनात्मक उद्यमियों को जोड़ती है।

भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने स्वीडिश सरकारी एजेंसी फॉर इनोवेशन सिस्टम्स (विनोवा) के सहयोग से भारत-स्वीडन सहयोगात्मक औद्योगिक अनुसंधान और विकास कॉल की घोषणा की है।

बैठक में नयी दिल्ली में स्वीडन के राजदूत जान थेस्लेफ; स्वीडन में भारत के राजदूत तन्मय लाल; स्वीडन-भारत बिजनेस काउंसिल के अध्यक्ष रॉबिन सुखिया और इंडिया अनलिमिटेड के सीईओ संजू मल्होत्रा भी मौजूद थे।

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